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delhi sultanat rulers 1206 maamluk aur gulaam bansh (1206 se 1290)

दिल्ली सल्तनत
 दिल्ली सल्तनत की स्थापना 1206 ई. में की गई। इस्लाम की स्थापना के
परिणामस्वरूप अरब और मध्य एशिया में हुए धार्मिक और राजनैतिक परिवर्तनों
ने जिस प्रसारवादी गतिविधियों को प्रोत्साहित कियादिल्ली सल्तनत की स्थापना
उसी का परिणाम थी। बाद के काल में मंगोलों के आक्रमण से इस्लामी जगत
भयभीत था। उसके आतंक के कारण इस्लाम के जन्म स्थान से इस्लामी राजसत्ता
के पांव उखड़ गये थे। इस स्थिति में दिल्ली सल्तनत इस्लाम को मानने वाले संतों
विद्वानों, साहित्यकारों और शासकों की शरणस्थली बन गयी थी।


delhi sultanat rulers 1206 maamluk athba gulam bansh 1206 se 1290
delhi sultanat rulers 1206 maamluk athba gulam bansh 1206 se 1290

दिल्ली सल्तनत की स्थापना भारतीय इतिहास में एक युगांतकारी घटना है।
शासन को यह नवीन स्वरूप भारत की पूर्ववर्ती राजव्यवस्थाओं से भिन्न था। इस
काल के शासक एक ऐसे धर्म के अनुयायी थे जो जनसाधरण से भिन्न था। शासकों
द्वारा सत्ता के अभूतपूर्व केन्द्रीकरण और कृषक वर्ग के शोषण का भारतीय इतिहास

     में कोई और उदाहरण नहीं मिलता है।
दिल्ली सल्तनत का काल 1206 ई. से प्रारंभ होकर 1526 ई. तक। रहा।
320 वर्षों के इस लम्बे काल में भारत में मुस्लिमों का शासन व्याप्त रहा। दिल्ली
सल्तनत के अधीन निम्नलिखित

5 वंशों का शासन रहा वंश शासक
1206 से 1290 ई.  मामलूक अथवा गुलाम वंश
1290 से 1320 ई. खिलजी वंश
1320 से 1414 ई.तुगलक वंश
1414 से 1451 ई.सैयद वंश
1451 से 1526 ई.लोदी वंश

मामलूक अथवा गुलाम वंश (1206 से 1290 ई.)
1206 से 1290 ई. के मध्य दिल्ली सल्तनत' पर जिन तुर्क शासकों द्वारा
शासन किया गया उन्हें गुलाम वंशका शासक माना जाता है। इस काल के दौरान।
दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाले राजवंश थे- कुतुबुद्दीन ऐबक का कत्ची,
इतुतमिश का शम्सी और बलबन का बलबनी
 इन शासकों को गुलाम वंश का
          शासक कहना इसलिए उचित नहीं है क्योंकि इन तीनों तुर्क शासकों का जन्म स्वतन्त्र
मातापिता से हुआ था।
 इसलिए इन्हें प्रारम्भिक तुर्क शासक व ममक शासक कहना
अधिक उपयुक्त होगा। इतिहासकार अजीज अहमद ने इन शासकों को दिल्ली के
'आरम्भिक तुर्क शासकोंका नाम दिया है। मामलूक शब्द का अर्थ होता है- स्वतंत्र
माता पिता से उत्पन्न दास। "मामलूकनाम इतिहासकार हबीबुल्लाह ने दिया है।
ऐबक, इतुतमिश एवं बलबन में इल्तुतमिश एवं बलबन इल्यारी तुर्कथे।

part3

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